लोकबंधु अस्पताल में लगी आग की घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग – राष्ट्रीय किसान मंच

मनीष श्रीवास्तव,लखनऊ। राष्ट्रीय किसान मंच ने लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में लगी आग की घटना पर उच्च स्तरीय जाँच की मांग की है.मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि सरकारी अस्पताल में सर्वाधिक गांव, गरीब और किसान लोग ईलाज हेतु आते हैँ।

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ऐसे में एक तो वह गरीबी और बीमारी से जूझ रहे हैँ ऊपर आग लगने जैसी घटना हो रही है. श्री दीक्षित ने कहा कि यह घटना न केवल एक प्रशासनिक चूक को दर्शाती है, बल्कि यह आमजन, विशेषकर ग्रामीण व किसान वर्ग के लिए एक अत्यंत दुखद और चिंताजनक घटना है, जो इस अस्पताल पर अपनी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निर्भर हैं। राष्ट्रीय किसान मंच ने कहा कि अगर निष्पक्ष जाँच नहीं हुई और दोषियों पर एक्शन नहीं लिया गया तो मंच इस पर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा।

राष्ट्रीय किसान मंच इस घटना की उच्चस्तरीय व निष्पक्ष जांच की मांग करता है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आग लगने के पीछे क्या कारण थे – तकनीकी खामी, लापरवाही या कोई और तत्व। साथ ही मंच यह भी मांग करता है कि:

1. घटना में घायल अथवा प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा और सर्वोत्तम इलाज मुहैया कराया जाए।

2. भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाए।

3. जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।

मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शेखर दीक्षित ने कहा कि, “सरकारी अस्पतालों में आम जनता की जिंदगी की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इस तरह की घटनाएं सरकारी तंत्र की कमजोरियों को उजागर करती हैं।”

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हाथरस में दर्दनाक एक्सीडेंट में कार ने बाइक और स्कूटी को मारी टक्कर दो सगे भाई सहित तीन की मौत

सलमान, आगरा। आगरा से सटे हाथरस जिले में एक दर्दनाक एक्सीडेंट में तीन लोगों की मौत हुई है. इनमें दो सगे भाई हं तेज रफ्तार कार ने बाइक और स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी जिसमें बाइक सवार दो सगे भाई और स्कूटी सवार इनके मौसा की मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. हादसे में स्कूटी सवार एक युवक गंभीर है।

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यहां हुआ हादसा हादसा हाथरस कोतवाली जंक्शन क्षेत्र के भगराया के निकट हुआ है. एक तेज रफ्तार ईको कार ने बाइक और स्कूटी में टक्कर मार दी. हादसे में बाइक सवार दो सगे भाई अमित और सुमित निवासी पदु थाना मुरसान और स्कूटी सवार उनके मौसा 50 वर्षीय योगेश निवासी सिकंदराराऊ की मौत हो गई. योगेश का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. ये लोग जलेसर से त्रयोदशी संस्कार में से होकर आ रहे थे।

10 दिन पहले ही आया था सुमित हादसे में मृत सुमित नौसेना में था और उसकी तैनाती विशाखापत्तनम में थी. वह करीब दस दिन पहले ही छ़ुट्टी पर अपने गांव आया था. हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।

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आगरा स्वास्थ्य विभाग का बड़ा फर्जीवाड़ा: एक ही महिला से 25 डिलीवरी और 5 नसबंदी, तीन आरोपी जेल भेजे गए

सलमान,आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को चौंका दिया है। फतेहाबाद के सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में एक ही महिला के नाम पर 30 महीनों में 25 बार डिलीवरी और 5 बार नसबंदी दिखाकर जननी सुरक्षा योजना और नसबंदी योजना का पैसा हड़प लिया गया।

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गांव नगला कदम की रहने वाली कृष्णा कुमारी के नाम पर ये फर्जीवाड़ा किया गया। जबकि हकीकत यह है कि वर्ष 2017 के बाद से कृष्णा कुमारी ने कोई प्रसव नहीं कराया। मगर रिकॉर्ड में हर 35वें दिन उसकी डिलीवरी और हर कुछ महीनों में नसबंदी दर्शाई गई। खुद कृष्णा कुमारी को इस गड़बड़ी की जानकारी नहीं थी।

ऑडिट में खुलासा, जांच के बाद गिरफ्तारी

मामले का खुलासा विभागीय ऑडिट में हुआ, जिसके बाद सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने जांच कराई। पता चला कि महिला के नाम पर बैंक खाता खोलकर उसमें योजना के पैसे ट्रांसफर किए जाते थे और फिर वो पैसे निकाल लिए जाते थे।

जांच में शामिल होने के बाद नगला कदम गांव के महिला समूह संचालक अशोक कुमार को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर ब्लॉक अकाउंट मैनेजर नीरज अवस्थी और ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर गौरव थापा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि डाटा ऑपरेटर गौतम सिंह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तीनों गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया है और चौथे की तलाश जारी है।

जिले भर में फैला फर्जीवाड़ा, जांच टीम गठित

ऑडिट रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि यह फर्जीवाड़ा सिर्फ सीएचसी फतेहाबाद तक सीमित नहीं था। जिले की सभी 18 सीएचसी, एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला महिला अस्पताल लेडी लायल में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। शासन ने पूरे मामले की गहराई से जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी है।

निष्कर्ष:

इस मामले ने स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर सरकार महिलाओं और नवजातों की सुरक्षा के लिए योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर अधिकारी और कर्मचारी मिलकर उनका दुरुपयोग कर रहे हैं। उम्मीद है दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़ों पर रोक लगेगी।

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बंद घर से मां-बेटी के शव,घर से बदबू आने पर आस पड़ोस के लोगों ने दी पुलिस को सूचना

सलमान,आगरा। जगदीशपुरा क्षेत्र में एक बंद घर से मां-बेटी के शव मिले हैं। शव बिस्तर पर पड़े थे और कंबल से ढंके हुए थे। बदबू आने पर आस−पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पांच महीने पहले ही महिला की दूसरी शादी हुई थी।

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बताया जा रहा है खतैना स्थित एक घर से बदबू आने पर आस पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। रात करीब 12 बजे पीआरवी मौके पर पहुंची। कुछ ही देर में थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस टीम घर में दाखिल हुई तो अंदर मां-बेटी के शव पड़े हुए थे। पुलिस के अनुसार घर से शबीना व नौ वर्षीय बेटी इनाया का शव मिला है।

शव विस्तर पर पड़े हुए थे और उनके ऊपर कंबल पड़ा था। शबीना की दूसरी शादी पांच महीने पहले ही राशिद के साथ हुई थी। शव चार से पांच दिन पुराने होने की आशंका जताई गई है। पति व अन्य ससुरालियों पर हत्या का शक जा रहा है। आरोपित फरार है।

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आगरा में गर्मी में आग लगने, लू सहित अन्य घटना के लिए नंबर किए जारी

सलमान, आगरा। एडीएम फाइनेंस शुभांगी शुक्ला के अनुसार, गर्मी में ग्रामीण आंचल व शहरी क्षेत्र में अग्निकाण्ड की अधिकांश घटनायें होती रहती हैं। उक्त घटनाओं को न्यून किये जाने तथा अग्निकाण्ड की घटनाओं से बचाव हेतु इन बातों का विशेष ध्यान रखना है कि फसल कटान के बाद अवशेष को खेतों में जलाये नहीं।

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खेतों से अपनी फसल को काटकर सुरक्षित स्थान पर रखें। खड़ी फसल के किनारे खाना न बनाये। खेतों में बीड़ी, सिगरेट आदि को जलता हुआ न फेंके, जब तक सूखी फसल खड़ी हो, तब तक खेतों के आस-पास खर पतवार न जलायें।

जलती हुई माचिस की तीली या अधजली बीड़ी और सिगरेट को इधर-उधर न फेंके। तेज हवाओं के समय चूल्हे।/ भट्डी पर भोजन न पकायें। खाना बनाते समय ढीले-ढाले और पॉलिस्टर के कपड़े न पहनें। खाना बनाते समय में पानी से भरी बल्टी हमेशा अपने पास रखें एवं खाना बनाने के बाद चूल्हे तथा रेग्यूलेटर को अच्छे से बंद करें। रसोई में अनावश्यक ज्वलन पदार्थ नहीं रखें चूल्हे की चिंगारी व गरम राख कूड़े के ढेर में न फेंके। मोमवती व अंगीठी अगर इस्तेमाल करने पड़ेतो उसे सुरक्षित स्थान पर रखें। बच्चों की पहुंच से माचिस, स्टोव, पटाखें, एसिड आदि दूर रखें।

बिजली के उपकरणों जैसे पंखा, ए०सी०, कूलर, फीज, हीटर, इंडक्शन को चेक करते रहें तथा बीच-बीच में उनकों बंद कर दें व अपने घरों में बिजली उपकरणों से सुरक्षा हेतु एम०सी०बी० लगवायें। घरों में तारों से निकले वाली चिंगारी को नज़र अन्दाज न करें। विस्तर पर धूम्रपान न करें।

ये करें और टोल फ्री नंबर क्षेत्रमें आगजनी की घटना होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचित करें। पैट्रोलियम पदार्थों (पेट्रोल / डीजल / कैरोसीन) से लगी आग को बुझाने के लिए हमेशा बालू, फायर एक्सटिंग्विशर का प्रयोग करें। उन्होंने आमजन से अपील की है कि स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, अग्निशमन विभाग से सम्बन्धित महत्वपूर्ण अधिकारियों के दूर्भाष नम्बरों या टोल फ्री नम्बर-102/ 108, 112, 101 को जानें तथा किसी भी प्रकार की घटनाओं पर सहायता हेतु सम्पर्क करें।

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सलमान,आगरा। आम जनता के ऊपर आज महंगाई का जबर्दस्त झटका दिया गया है. एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ गई हैं. घरेलू गैस सिलिंडर और उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर पर 0रुपये प्रति सिलेंडर रेट बढ़ाएगए हैं, सोमवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वितरण कंपनियों की ओर से रसोई गैस या एलीपजी की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी किए जाने का ऐलान किया है. नये रेट आज रात से लागू हो जाएंगे।

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जानें कितने का होगा सिलेंडर अभी तक रसोई गैस उपभोक्ताओं को 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 803 रुपये थी लेकिन अब ये 853 रुपये प्रति सिलेंडर हो जाएगी. वहीं उज्जवला योजना के तहत उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किग्रा वाले सिलेंडर की कीमत 503 रुपये से बढ़कर 553 रुपये हो जाएगी।

पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी दो रुपये बढ़ाई केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल पर एक्साइड ड्यूटी 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी है लेकिन सरकार ने कुछ देर बाद ही यह साफ कर दिया कि इससे पेट्रोल डीजल के दाम नहीं बढेंगें, ये खर्चा पेट्रोलियम कंपनियां उठाएंगी।

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सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव बोले प्रदेश में जिस तरह की अराजकता है वह बिना मुख्यमंत्री के इशारे के नहीं हो सकती

सलमान,आगरा। समाजवादी पार्टी की नीतियों और राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए साम्प्रदायिक राजनीति कर रही है। संविधान खत्म कर रही है। कानून और लोकतंत्र की कोई परवाह नहीं कर रही है। भाजपा सरकार की मुद्रा योजना पूरी तरह फेल ही गयी मुद्रा योजना झुट्ठा योजना बनकर रह गयी। यह योजना कोई प्रभाव नहीं छोड़ पायी।

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सरकार का दावा है कि 52 करोड़ लोगों को पैसा गया। इस हिसाब से अगर पैसा पाने वालों ने दो लोगों को भी रोजगार दिया होता तो देश में बेरोजगारी शून्य हो गयी होती। मुद्रा योजना में बोला गया 33 लाख करोड़ रूपये बांटा गया यह किसके खाते में गये? क्या किसी ने जीएसटी में जिस्ट्रेशन कराया? कितना जीएसटी आया? ऐसा तो नहीं कि सरकार ने पूरा पैसा अपने लोगों को दे दिया। इसका जवाब यह जुमलाई सरकार देगी या बैंक देंगे।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में डॉ० राममनोहर लोहिया सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की सभी योजनाएं फेल हो चुकी है। इसीलिए यह सरकार ध्यान बंटाने के लिए कम्युनल पॉलिटिक्स कर रही है। जब से भाजपा अयोध्या लोकसभा चुनाव हारी है तब से और कम्युनल होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य श्री रामजी लाल सुमन या किसी अन्य नेता के ऊपर कोई घटना होती है या उन्हं अपमानित किया जाता है तो उसके लिए खुद मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। क्योंकि धमकी देने वाले वाले उस संगठन पर मुख्यमंत्री जी का हाथ है। जितने भी लोग धमकी देने में दिखाई दे रहे हैं, उनका जातीय कनेक्शन मुख्यमंत्री से है।

इसीलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्ही ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रहे हैंअखिलेश यादव ने कहा कि ने कहा कि जिस तरह से हिटलर के जमाने े टूर्स होते थे उसी तरह से मुख्यमंत्रीने एक हिडेन अंडर ग्राउण्ड फौज तैयार की है, जो लोगों को समय-समय पर थानों, तहसीलों में अपमानित कर रही है। पैसे लूटने में सबसे आगे दिखाई दे रही है। भ्रष्टाचार और अपराध पर जीरों टॉलरेंस का दावा जीरो है। इनका अधिकारी भ्रष्टाचार में पकड़ा गया। वह मुख्यमंत्री आवास में छिपा है। भाजपा जबसे सत्ता में आयी है। साजिश और षडयंत्र करके पीडीए के लोगों को अपमानित कर रही है। पीडीए के लोगों को जीवन में कभी न कभी अपमानित होना पड़ता है। मुख्यमंत्री जी 80 और 20 की बात करते है।

उन्होंने कहा की भाजपाई अपमान के खिलाफ पीडीए एकजुट है। यह लड़ाई 90 प्रतिशतप्रतिशत और 10 प्रतिशत की है। 90 प्रतिशत पीडीए के साथ है और पीडीए समाजवादी पार्टी के साथ है। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह की अराजकता है वह बिना मुख्यमंत्री के इशारे के नहीं हो सकती है। मुख्यमंत्री को अपनी नाकामी छिपानी है इसलिए इस तरह की घटनाओं और व्यवहार को शह दे रहे हैं।

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जांबाज इंस्पेक्टर आनंदवीर की अगुवाई में 9 लोगों को मौत के मुँह से निकाला गया जिंदा बाहर लोगों ने की सराहना

सलमान, आगरा। आगरा से एक तस्वीर आई है जो डराती भी है और दिल को छू जाती है। एक तरफ मलबे के नीचे दबे लोगों की चीखें… तो दूसरी तरफ एक ऐसा पुलिस अधिकारी, जो अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को मौत के मुँह से खींच ला रहा था।

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ये कहानी है इंस्पेक्टर आनंदवीर मलिक की है। जो आज़माईश की उस घड़ी में नायक बनकर सामने आए। जब थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के आवास विकास सेक्टर-4 में एक बहुमंजिला इमारत धराशायी हुई, तो चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। चीख-पुकार, मलबे में दबे लोग, और ऊपर से गिरते हुए पत्थर। इसी बीच पहुंचे इंस्पेक्टर आनंदवीर, बिना एक पल गंवाए खुद मलवे में कूद पड़े।

ना सुरक्षा की चिंता, ना चोट का डर… बस एक ही मिशन कि लोगों की जान बचानी है! उनके पीछे-पीछे पूरी पुलिस टीम भी कूद पड़ी राहत बचाव कार्य में स्थानीय लोग भी जुट गए और रेस्क्यू चलता रहा… और उसी इंस्पेक्टर आनंदवीर की अगुवाई में 9 लोगों को मौत के मुँह से जिंदा बाहर निकाला गया।जिनमें से इलाज के दौरान दो की मौत हो गई और पुलिस ने 7 की जान बचा ली।

लेकिन किस्मत ने फिर करवट ली। एक भारी गार्डर, जो जेसीबी से हटाया जा रहा था। अचानक उसका बैलेंस बिगड़ा और वो सीधा जा गिरा इंस्पेक्टर आनंदवीर पर। गार्डर उनके पैरों पर गिरा, और वो ज़मीन पर ढेर हो गए। पर जो कुछ पल पहले तक लोगों को गोद में उठाकर अस्पताल पहुँचा रहे थे, अब उनके सिपाही उन्हें अपनी गोद में उठाए भाग रहे थे।

इस मंज़र को जिसने भी देखा उसकी आँखें नम हो गईं। आज इंस्पेक्टर आनंदवीर न सिर्फ एक पुलिस अफसर हैं, बल्कि वो जिंदा मिसाल हैं फ़र्ज़, हिम्मत और इंसानियत की। अपने इस कार्य को लेकर इंस्पेक्टर आनन्दवीर मलिक की पुलिस फ़ोर्स ही नहीं आम जनता के भी हीरो बनकर उभरे हैं।

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आगरा में नाबालिग चला रहे ई रिक्शा और आटो ओवरलोड और बिना परमिट के भी चलते मिले 144 के चालान तो 43 ईरिक्शा और आटो सीज

सलमान,आगरा। कमिश्नरेट आगरा की ओर से शासन की मंशानुसार अनाधिकृत और अवैध रूप से संचालित ऑटो/ ई-रिक्शा के खिलाफ विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य आगरा महानगर के प्रमुख मार्गों पर यातायात व्यवस्था को सुधारना है।

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इस अभियान के तहत एमजी रोड, भगवान टॉकीज, साईं तकिया चौराहे पर बिना लाइसेंस, बिना चेसिस और बिना फिटनेस वाले ऑटो / ई-रिक्शा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की गयी।

अभियान के दौरान बिना वैध दस्तावेजों के चल रहे ऑटो / ई- रिक्शा के 144 चालान किये गये और 43 ऑटो / ई-रिक्शा को सीज भी किया गया। इस कार्यवाही में स्थानीय पुलिस और यातायात पुलिस की टीम सक्रिय रूप से शामिल रही।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अवैध रूप से संचालित वाहनों के कारण उत्पन्न होने वाली यातायात संबंधी समस्याओं और सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है ताकि जनता को सुरक्षित और व्यवस्थित यातायात व्यवस्था मिल सके।

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स्कूल संचालकों व बुक सेलरों की नहीं चलेगी मनमानी महंगी किताबों व ड्रेस पर डीएम के सख्त आदेश

सलमान,आगरा। आगरा में स्कूल संचालकों व बुक सेलरों की मनमानी के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही हैं। बिना जीएसटी बिल के किताबों व स्टेशनरी की बिक्री तथा सिलेबस में अनावश्यक पुस्तकों को शामिल करने जैसी समस्याओं पर आज जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में पेरें्स, निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य, व्यापार मंडल व बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई. इस बैठक् में डीएम ने शिकायतों को लेकर सख्त आदेश दिए है।

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पहले डीएम ने सुनी समस्याएं

बैठक में डीएम द्वारा निजी स्कूल संचालकों, स्टेशनरी विक्रेताओं के विरुद्ध विभिन्न सामाजिक संगठनों,अभिभावक संघ आदि द्वारा निरंतर प्राप्त हो रहीं शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सर्व प्रथम जिलाधिकारी ने अभिभावकों के पक्ष व शिकायतों की जानकारी ली।

इसमें बताया गया कि निजी स्कूल संचालकों द्वारा संबंधित स्कूल से अधिकृत बुक्स-स्टेशनरी विक्रेताओं, दुकानदारों से ही पुस्तकें, ्टेशनरी, यूनिफॉर्म आदि की खरीद कराई जा रही है तथा अनावश्यक रूप से तय सिलेबस से अलग पुस्तकें, सप्लीमेंट्री मैटेरियल के रूप में अनावश्यक स्टेशनरी, ज्योमेट्री बॉक्स, ए-4 साइज सिंगल लाइन कॉपी आदि विभिन्न सामान खरीद हेतु विवश किया जा रहा है, स्टेशनरी दुकानदारों द्वारा स्टेशनरी तथा किताब खरीद के बाद अभिभावकों को खरीद स्लिप तथा जीएसटी बिल भी अभिभावकों को नहीं प्रदान किया जा रहा, पुस्तक-स्टेशनरी विक्रेताओं द्वारा अभिभावकों को किताबों का पूरा सैट ही खरीदने को मजबूर किया जा रहा है,फुटकर बुक्स नहीं दी जा रहीं।

डीएम ने दिए सख्त आदेश

बैठक में जिलाधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों, स्टेशनरी विक्रेताओं कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सभी बुक्स-स्टेशनरी विक्रेता, खरीद के बाद अभिभावकों को खरीदी गईं सभी बुक्स व स्टेशनरी का जीएसटी नंबर युक्त बिल की स्लिप देंगे, स्कूल संचालक सिलेबस से अलग अनावश्यक बुक्स तथा स्टेशनरी न जोडें, दुकानदारं द्वारा मनमानी कीमत न वसूली जाए,सप्लीमेंट्री मैटेरियल यथा ज्योमेट्री बॉक्स, ए-4 साइज सिंगल लाइन कॉपी, तथा अन्य सामान की खरीद हेतु अभिभावक, खुले बाजार में किसी भी दुकान से खरीद को स्वतंत्र हैं।स्कूल संचालकों तथा स्टेशनरी-विक्रेताओं ्वारा स्टेशनरी को अनिवार्य रूप से अभिभावकों को खरीद हेतु दबाव नहीं बनाया जाएगा।

जिलाधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों व स्टेशनरी दुकानदारों को स्पष्ट दिशा निर्देश देते हुए कहा कि शिकायत मिलने व उक्त निर्देशों का अनुपालन न करने बालों की जांच करा कठोर विधिक कार्यवाही के साथ संबंधित स्कूलों की मान्यता समाप्ति की संस्तुति के साथ प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी

नहीं चलेगी मनमानी, कार्रवाई होगी

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूल संचालकों द्वारा अननेसेसरी बुक्स, स्टेशनरी तथा अन्य सामान स्कूल से अधिकृत दुकान से ही खरीद कराना,स्कूल के मोनोग्राम लगी स्टेशनरी, सिलेबस में मनमाने ढंग से अनावश्यक बुक्स तथा स्टेशनरी जोड़ना आदि यूपी सेल्फाइनेंस्ड इंडिपेंडेंट स्कूल (फफ़़ी रेगुलेशन) एक्ट -2018 के अंतर्गत नियम विरुद्ध व दंडनीय है, ऐसे निजी स्कूल व बुक्स-स्टेशनरी विक्रेताओं को चि्नित कर विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्रशेखर, सह- जिला विद्यालय निरीक्षक विश्व प्रताप सिंह, नगर शिक्षा अधिकारी सुमित कुमार, व्यापार मंडल के जय पुरुसनानी, दीपक शरीन, स्कूल संचालक व प्रधानाचार्य, बुक्स-स्टेशनरी विक्रेताओं के प्रतिनिधि व अभिभावक मौजूद रहे।

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