जिसके सामने झुकती है दुनिया, उसके सामने नहीं झुकी योगी सरकार ! अंबानी परिवार के काफिले को मेला क्षेत्र में जाने की नहीं मिली अनुमति

कृष्णा यादव, तमकुहीराज/ कुशीनगर। रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी परिवार के साथ बुधवार को महाकुंभ आए। अंबानी की दौलत और शौहरत से कोई अंजान नहीं है। रुतबा इतना कि जिसके सामने दुनिया झुकती है। लेकिन जिसके सामने झुकती है दुनिया, उसके सामने योगी सरकार नहीं झुकी। रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पूरे काफिले को मेला क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं मिली।

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दरअसल, मुकेश अंबानी के साथ 50 गाड़ी मेला क्षेत्र में जाने की परमिशन मांगी गई थी। लेकिन योगी सरकार ने 50 गाड़ियों की परमिशन नहीं दी। अंबानी को स्वामी कैलाशानंद के आश्रम में आना था। वे परमार्थ निकेतन के शिविर में पहुंचे थे। फिर वे त्रिवेणी घाट गए। जहां पर स्वामी कैलाशानंद ने पूजा कराई।

इसके बाद उन्होंने सपरिवार डुबकी भी लगाई। बताया जा रहा है कि यहां से वे लेटे हनुमान जी के मंदिर जाना चाहते थे। लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिली।

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महाकुंभ 2025 में ट्रैफिक प्रबंधन पर डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार का वक्तव्य

संजय श्रीवास्तव, सम्पादक : गौतम बुद्धा टाइम्स  : महाकुंभनगर। “महाकुंभ 2025 अब तक के इतिहास के सबसे बड़े श्रद्धालु समागम का गवाह बनने जा रहा है। लगभग 40 करोड़ की संख्या में श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं और साथ ही रोजाना लगभग लाखों की संख्या में श्रद्धालु कुम्भनगर आ रहे हैं। इस अभूतपूर्व श्रद्धालुओं के आगमन एवं वाहनों के आवागमन पर नियंत्रण करना किसी भी सरकार में प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है।

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तीर्थयात्रियों की असाधारण संख्या का परिणाम स्वरूप प्रयागराज का बुनियादी ढांचा अपनी अधिकतम क्षमता से आगे बढ़कर काम कर रहा है, और ऐसे में यातायात में देरी स्वाभाविक है यह व्यवस्था किसी प्रशासनिक असफलता का पर्याय नहीं हैं।

श्रद्धा के प्रति उमड़ती भीड़ यूपी पुलिस के हर सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक के लिए चुनौती है फिर भी सिपाही से लेकर अधिकारी तक सभी दिन-रात श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सजग हैं और कुम्भ संगम पर बेजोड़ मेहनत कर रहे हैं। साथ ही यूपी पुलिस श्रद्धालुओं को सही रास्ता व जगह देने एवं सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में अपनी पूरी शक्ति झोंक रहे हैं। इतने विशाल मानवीय प्रवाह का प्रबंधन करना एक ऐतिहासिक कार्य है, और हमारे पुलिसकर्मी असाधारण धैर्य, समर्पण और निष्ठा का प्रदर्शन कर रहे हैं।

दुनिया में कहीं भी ऐसी कोई मिसाल नहीं है कि किसी पुलिस बल ने इतनी विशाल मानव-आवाजाही और वाहनों के प्रवाह को इतनी दक्षता से प्रबंधित किया हो। यह सिर्फ एक आयोजन का संचालन नहीं, बल्कि इतिहास रचने जैसा कार्य है।

माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व एवं सघन पर्यवेक्षण मे यूपी पुलिस की रणनीतिक योजना, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और अथक सेवा इस आयोजन को वैश्विक मानक बना रही है। आने वाली पीढ़ियाँ इसे अनुशासन, समर्पण और कर्तव्यपरायणता के प्रतीक के रूप में याद करेंगी।

मीडिया एवं सोशल मीडिया पर आलोचना होना स्वाभाविक है, लेकिन यह देखना भी अत्यंत हृदयस्पर्शी है कि कई श्रद्धालु – चाहे वे आम लोग हों या प्रतिष्ठित व्यक्तित्व – वीडियो के माध्यम से पुलिस और प्रशासन के असाधारण प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।

आज दोपहर के प्रयागराज शहर और अंतर- जनपदीय सीमाओं के वीडियो दर्शाते हैं कि यातायात एक बार फिर लगभग सामान्य रूप से चल हो रहा है, जो यूपी पुलिस के अथक प्रयासों का स्पष्ट प्रमाण है। केवल आलोचना पर ध्यान देने की बजाय, यह भी देखना चाहिए कि हमारी पुलिस बल किस तरह से अभूतपूर्व समर्पण और संघर्ष के साथ इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में जुटा हुआ है।

मैं अपने हर पुलिसकर्मी को सलाम करता हूँ – वे वे नायक हैं, जो हर दिन असंभव को संभव बना रहे हैं।

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