महाकुंभ 2025 में ट्रैफिक प्रबंधन पर डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार का वक्तव्य

संजय श्रीवास्तव, सम्पादक : गौतम बुद्धा टाइम्स  : महाकुंभनगर। “महाकुंभ 2025 अब तक के इतिहास के सबसे बड़े श्रद्धालु समागम का गवाह बनने जा रहा है। लगभग 40 करोड़ की संख्या में श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं और साथ ही रोजाना लगभग लाखों की संख्या में श्रद्धालु कुम्भनगर आ रहे हैं। इस अभूतपूर्व श्रद्धालुओं के आगमन एवं वाहनों के आवागमन पर नियंत्रण करना किसी भी सरकार में प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है।

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तीर्थयात्रियों की असाधारण संख्या का परिणाम स्वरूप प्रयागराज का बुनियादी ढांचा अपनी अधिकतम क्षमता से आगे बढ़कर काम कर रहा है, और ऐसे में यातायात में देरी स्वाभाविक है यह व्यवस्था किसी प्रशासनिक असफलता का पर्याय नहीं हैं।

श्रद्धा के प्रति उमड़ती भीड़ यूपी पुलिस के हर सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक के लिए चुनौती है फिर भी सिपाही से लेकर अधिकारी तक सभी दिन-रात श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सजग हैं और कुम्भ संगम पर बेजोड़ मेहनत कर रहे हैं। साथ ही यूपी पुलिस श्रद्धालुओं को सही रास्ता व जगह देने एवं सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में अपनी पूरी शक्ति झोंक रहे हैं। इतने विशाल मानवीय प्रवाह का प्रबंधन करना एक ऐतिहासिक कार्य है, और हमारे पुलिसकर्मी असाधारण धैर्य, समर्पण और निष्ठा का प्रदर्शन कर रहे हैं।

दुनिया में कहीं भी ऐसी कोई मिसाल नहीं है कि किसी पुलिस बल ने इतनी विशाल मानव-आवाजाही और वाहनों के प्रवाह को इतनी दक्षता से प्रबंधित किया हो। यह सिर्फ एक आयोजन का संचालन नहीं, बल्कि इतिहास रचने जैसा कार्य है।

माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व एवं सघन पर्यवेक्षण मे यूपी पुलिस की रणनीतिक योजना, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और अथक सेवा इस आयोजन को वैश्विक मानक बना रही है। आने वाली पीढ़ियाँ इसे अनुशासन, समर्पण और कर्तव्यपरायणता के प्रतीक के रूप में याद करेंगी।

मीडिया एवं सोशल मीडिया पर आलोचना होना स्वाभाविक है, लेकिन यह देखना भी अत्यंत हृदयस्पर्शी है कि कई श्रद्धालु – चाहे वे आम लोग हों या प्रतिष्ठित व्यक्तित्व – वीडियो के माध्यम से पुलिस और प्रशासन के असाधारण प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।

आज दोपहर के प्रयागराज शहर और अंतर- जनपदीय सीमाओं के वीडियो दर्शाते हैं कि यातायात एक बार फिर लगभग सामान्य रूप से चल हो रहा है, जो यूपी पुलिस के अथक प्रयासों का स्पष्ट प्रमाण है। केवल आलोचना पर ध्यान देने की बजाय, यह भी देखना चाहिए कि हमारी पुलिस बल किस तरह से अभूतपूर्व समर्पण और संघर्ष के साथ इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में जुटा हुआ है।

मैं अपने हर पुलिसकर्मी को सलाम करता हूँ – वे वे नायक हैं, जो हर दिन असंभव को संभव बना रहे हैं।

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महाकुंभ में बिछड़े लोगों का संगम करा रहे ओजस्वी मिश्रा

कुंभ में खोए सैकड़ों लोगों का संगम करा के ओजस्वी मिश्र ने महा कुंभ में किया परमार्थ का कुंभ स्नान

अखिलेश द्विवेदी, कुशीनगर। एक तरफ जहां लोग देश के कोने -कोने से प्रयागराज पहुंच कर महाकुंभ में डुबकी लगा कर अपने जीवन को कितार्थ कर रहे हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश भीड़ में अपने परिजनों से बिछड़ जा रहे हैं । वहीं कुशीनगर जिले के तमकुहीराज क्षेत्र अंतर्गत बरियारपुर निवासी प्रखर युवा समाजसेवी ओजस्वी मिश्रा बिछड़े हुए लोगों का संगम करा कर एक अद्वितीय पुनित का काम कर रहे हैं।

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गौरतलब हो कि करोड़ों लोग कुंभ के मेले में आए हुए हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं के बिछडऩे की कई घटनाएं हो रही हैं, लेकिन कुछ ही समय में लोग अपनों से मिल पा रहे हैं। यह संभव हो पा रहा है ओजस्वी मिश्रा और उनके सहयोगी टीम के वजह से जो देश भर से आकर मेले में बिछड़े लोगों को मिला रहे हैं।

अपने पूरी सहयोगी तंत्र द्वारा मिशन संगम चला कर सोशल मीडिया पर लाइव आ कर पहले मुहिम का शंखनाद किया और सम्पर्क सूत्र नंबरों को जारी करते हुए एक एक व्यक्ति की पीड़ा और दर्द को सुना तथा सबकी समस्या का निराकरण करते हुए अब तक सात सौ लोगों को मिलाने का काम किया है। यूपी, बिहार, पूर्वांचल, दक्षिणी, पश्चिमी राज्यों सहित देश भर के मेले में खोए हुए लोगों को मिलाया है।

ओजस्वी मिश्रा ने कहा कि देश का नागरिक होने के नाते मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि अपने लोगों के उत्थान के लिए काम करूं। उल्लेखनीय है कि ओजस्वी अब तक कई बार रक्त दान कर चुके हैं और एक पर्यावरण प्रेमी के रूप में जाने जाते हैं।

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