सोशल मीडिया और समाज सेवा,दिखावा या वास्तविक योगदान ?-आयुष सिंह 

कृष्णा यादव,तमकुहीराज/ कुशीनगर। कितने सरल और प्रभावी शब्द हैं ये – ‘समाज सेवा’! पर क्या हमने कभी सोचा है कि इन दो शब्दों का असल मायने क्या है? आमतौर पर हम इसे गरीबों की मदद करने, भूखों को खाना खिलाने या ठंड में ठिठुरते लोगों को कंबल बांटने तक सीमित कर देते हैं। लेकिन क्या समाज सेवा का अर्थ सिर्फ यही है ?

यह भी पढ़ें :बियर की दुकान में लाखों की चोरी सीसीटीवी और डी वी आर ले गए चोर

नहीं !समाज सेवा केवल एक कार्य नहीं, बल्कि यह एक महान कर्तव्य, जिम्मेदारी और इंसानियत का परिचय है। यह निःस्वार्थ भावना से प्रेरित होकर दूसरों की सहायता करने का नाम है। जब हम समाज सेवा करते हैं, तो न केवल जरूरतमंदों को सहारा मिलता है, बल्कि पूरे समाज में एक सकारात्मक बदलाव आता है।

लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या हर वो व्यक्ति जो खुद को समाजसेवी कहता है, वास्तव में समाजसेवी है? आज के समय में, सोशल मीडिया पर चर्चाओं में आने के लिए लोग समाज सेवा का दिखावा कर रहे हैं। मदद करते हुए तस्वीरें खिंचवाना, वीडियो बनाकर अपलोड करना, और फिर उसी समाज की किसी पीड़ा पर चुप्पी साध लेना—क्या यही असली समाज सेवा है? क्या समाज सेवा सिर्फ कैमरों के लिए होनी चाहिए, या फिर दिल से किए गए निःस्वार्थ कार्यों से मापी जानी चाहिए?

समाज सेवा केवल धन से नहीं, बल्कि समय, संवेदना और प्रयास से भी की जा सकती है। सच्चा समाजसेवी वही है जो अपने कर्मों से किसी को नुकसान पहुँचाए बिना समाज के हित में कार्य करता है। वह केवल प्रसिद्धि के लिए नहीं, बल्कि दिल से सेवा करता है।

सोचिए, अगर हर व्यक्ति अपने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझे और अपने व्यस्त जीवन से थोड़ा सा समय निकालकर किसी की मदद करे, तो कैसा समाज बनेगा? निश्चित रूप से, हम एक आदर्श समाज की ओर अग्रसर होंगे, जहाँ प्रेम, सहयोग और भाईचारा होगा।

इसलिए, आइए हम सभी समाज सेवा को एक दिखावे की चीज़ नहीं, बल्कि अपने जीवन का एक मूलमंत्र बनाएं। निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें, जरूरतमंदों का सहारा बनें, और इस दुनिया को थोड़ा बेहतर बनाने का प्रयास करें। क्योंकि असली समाज सेवा वो होती है, जो दिल से की जाए, न कि सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए !

उक्त बातें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के युवा छात्र आयुष सिंह ने समाज पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा।

यह भी पढ़ें :समाजवादी पार्टी के सांसद राम भुवाल निषाद का तमकुही राज विधानसभा में आगमन