भारत सरकार द्वारा अधिवक्ता एक्ट में किया जा रहे हैं संशोधन के विरोध में अधिवक्ता संघ ने किया धरना प्रदर्शन

भारत सरकार द्वारा अधिवक्ता एक्ट में किया जा रहे हैं संशोधन के विरोध में अधिवक्ता संघ ने किया धरना प्रदर्शन 

सम्पादक,संजय श्रीवास्तव,तमकुही राज /कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के वकीलों ने अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इस विधेयक के माध्यम से केंद्र सरकार अधिवक्ता अधिनियम 1961 में संशोधन करने की योजना बना रही है, जिससे बार काउंसिल की स्वायत्तता प्रभावित हो सकती है।

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वकीलों का मानना है कि प्रस्तावित संशोधन से बार काउंसिल की स्वायत्तता कमजोर होगी, क्योंकि इससे केंद्र सरकार बार काउंसिल को अनिवार्य निर्देश जारी कर सकेगी, और भविष्य में समितियों का नेतृत्व जजों द्वारा किया जाएगा, न कि काउंसिल के सदस्यों द्वारा।

कुशीनगर में, अधिवक्ताओं ने बस गांधी चौक चौराहे पर धरना दिया, जिससे एक घंटे तक यातायात बाधित रहा। तमकुहीराज तहसील बार एसोसिएशन के बार सध के अध्यक्ष विनोद सिंह पटेल की अध्यक्षता में भारत सरकार द्वारा अधिवक्ता एक्ट में किया जा रहे हैं संशोधन के विरोध में संघ ने जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन करते हुए न्यायिक कार्यों से विरत रहे

इस विरोध के दौरान, वकीलों ने अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने, 10 लाख रुपये का मेडिक्लेम और मृत्यु पर 10 लाख रुपये का बीमा क्लेम देने की मांग की।

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तमकुही राज तहसील में अपरा तफरी एवं अराजकता का माहौल

एक अखबार में प्रकाशित समाचार पर गुस्साए अधिवक्ताओं ने समाचार पत्र के विरोध में नारेबबाजी की तथा सोमवार को अखबार की प्रति जलाने का ऐलान किया।

कृष्णा यादव/ तमकुही राज कुशीनगर। न्याय के मंदिर में बादकारियों को हक और इंसाफ दिलाने की दिशा में कार्य कर रहा बार बेंच का समन्वय तार तार होता दिखाई दे रहा है जिससे बदकारियों को न्याय मिलने की दिशा में सरकार के प्रति भरोसा टूटता जा रहा है।

बार संघ के एक अधिवक्ता के साथ अमर्यादित व्यवहार को लेकर शुक्रवार से अधिवक्ता संघ तमकुही राज एसडीएम के विरुद्ध आंदोलन रथ है वही शुक्रवार को एसडीएम तमकुही राज ऋषभ देवराज पुंडीर अपने अपने न्यायालय में पुकार कराकर न्यायिक प्रक्रिया चालू किए थे।

जिसको एक अखबार के माध्यम से प्रकाशित कर यह दर्शाया गया है कि 33 मामले सुने गए जिसमें आठ का निस्तारण कर दिया गया। शुक्रवार की न्यायिक मुकदमे में बदकारियों को यह भी जानकारी नहीं मिली है कि पुकार की गई किस मुकदमे में कौन सी कार्रवाई की गई है। कुछ बादकारियों द्वारा कहा गया कि हमारे वकील साहब हड़ताल पर हैं। आने के बाद ही कार्रवाई बहस होगी।

खैर मामला जो भी रहा हो परंतु अधिवक्ता संघ का कहना है कि एसडीएम द्वारा अधिवक्ता के साथ अमर्यादित्य व्यवहार किया गया है इसके लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जब तक इस समस्या का समाधान नहीं होता है। तब तक हम न्याय कार्य से विरत रहकर एसडीएम के आचरण का विरोध करते रहेंगे।

शनिवार के दिन भी अधिवक्ता न्यायालय परिसर तथा तहसील में विरोध प्रदर्शन करते हुए एक दैनिक अखबार में प्रकाशित खबर के विरोध में मुर्दाबाद के नारे भी लगाए तथा निर्णय लिया गया कि सोमवार के दिन उसे अखबार की एक-एक प्रति प्रत्येक अधिवक्ता खरीद कर अपने साथ लेंगे तथा तहसील कार्यालय के सामने उसे अखबार की आहुति दी जाएगी।

अधिवक्ता संघ द्वारा पत्रकारों के विरोध की गई इस कार्रवाई से पत्रकारिता जगत में काफी आक्रोश है। समाचार प्रकाशन पर किसी का प्रबंध नहीं है दोनों पक्ष की बातें समाचार के माध्यम से आम जनता तक पहुंचती है। इस कार्रवाई से पत्रकार संगठनों में भी आक्रोश है। जल्द ही निर्णय कोई लेने के पक्ष में संघ के पदाधिकारी आवश्यक बैठक करने तथा निर्णय लेने की तथा आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए विचार विमर्श में लगे हुए हैं।