आतंकवाद के विरोध में प्रदर्शन कर फूंका गया पाकिस्तान का पुतला

कृष्णा यादव,तमकुही राज/ कुशीनगर। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा गोली मार कर हिंदू पर्यटकों की नृशंस हत्या के विरोध में तमकुही राज में गुरुवार की सायंकाल नगर पंचायत अध्यक्ष के नेतृत्व में बजरंग दल व बाजार के प्रबुद्ध लोगों के द्वारा विशाल प्रदर्शन निकालकर आतंकवाद मुर्दाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए ओवर ब्रिज तमकुही राज चौराहे पर पहुंचकर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का पुतला फूंका गया।

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इस अवसर पर पंचायत अध्यक्ष जेपी गुप्ता ने कहा कि इस्लामी आतंकवाद ने पूरी दुनिया की शांति का माहौल को बिगाड़ के रखा है जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने चुन -चुन कर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर भारत की अखंडता को खुली चुनौती दी है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा तत्काल प्रभाव से सिंधु जल समझौता रद्द करने। अटारी बॉर्डर को बंद करने तथा पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के ऐलान का स्वागत किया है।

पूर्व किसान पीजी कॉलेज के अध्यक्ष प्रसिद्ध व्यवसायी समाजसेवी त्रिवेणी गुप्ता ने कहा कि हृदय विधायक यह घटना भारत के पूरे जनमानस को झक झोर दिया है। दुख की इस घड़ी में प्रदर्शन के माध्यम से सभी शहीद पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है तथा भारत सरकार से अपील किया कि मृतकों के परिवार को आर्थिक सुरक्षा, सुविधा मुहैया कराई जाए।

इस घटना में किसी ने अपने बेटा, किसी सुहागिन ने अपना पति के साथ ही नन्हे नन्हे बालको ने अपने आंखों के सामने अपने पिता को मारते देखा है। आतंकवाद का पुतला दहन करने के बाद सभी लोगों ने खड़े होकर शांत मन से शाहिद पर्यटकों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है।

इस अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष केशव पांडे मनोज राय त्रिवेणी गुप्ता जेपी गुप्ता सहित बजरंग दल युवा कार्यकर्ता एवं तमकुही राज नगर पंचायत के प्रसिद्ध नागरिक उपस्थित रहे।

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मोदी के बाद सत्ता कौन संभालेगा ? ज्योतिषियों की भविष्यवाणी चौंका देगी

संजय श्रीवास्तव,संपादक : गौतम बुद्धा टाइम्स। देश की सियासत में इन दिनों एक सवाल हर किसी के मन में कौंध रहा है- नरेंद्र मोदी के बाद देश की बागडोर कौन संभालेगा? जहां राजनीति के जानकार अपने-अपने कयास लगा रहे हैं, वहीं ज्योतिष की दुनिया भी इस रहस्य को सुलझाने में पीछे नहीं है।

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ग्रह-नक्षत्रों की चाल और कुंडली के खेल के आधार पर तीन बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, जिनके सितारे इस वक्त बुलंदी पर नजर आते हैं। आइए, इस रोचक सवाल का जवाब तलाशते हैं और जानते हैं कि ज्योतिष की नजर में अगला प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में कौन सबसे आगे है।

सियासत और सितारों का अनोखा मेल

भारतीय राजनीति में ज्योतिष का दखल कोई नई बात नहीं है। प्राचीन काल से ही राजा-महाराजा अपने फैसलों के लिए ज्योतिषियों की सलाह लेते थे, और आज भी यह परंपरा कायम है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने पिछले एक दशक में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन अब सवाल यह है कि उनके बाद पार्टी किसे अपना चेहरा बनाएगी? ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों की चाल कुछ खास नेताओं के पक्ष में है। इनमें से तीन नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, जिनकी कुंडली में सत्ता और सफलता के योग बनते दिख रहे हैं।

पहला दावेदार: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम इस सूची में सबसे ऊपर लिया जा रहा है। ज्योतिषियों के मुताबिक, उनकी कुंडली में शनि और गुरु की मजबूत स्थिति उन्हें नेतृत्व के लिए मजबूत दावेदार बनाती है। योगी की सख्त छवि और हिंदुत्व की राजनीति उन्हें बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाती है। ग्रहों की दशा बताती है कि अगले कुछ साल उनके लिए सुनहरे हो सकते हैं, और अगर सितारे मेहरबान रहे तो वह देश के शीर्ष पद तक पहुंच सकते हैं। क्या योगी का कद अब राष्ट्रीय स्तर पर और बड़ा होने वाला है? यह सवाल हर किसी के मन में है।

दूसरा नाम: नितिन गडकरी

बीजेपी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस दौड़ में पीछे नहीं हैं। उनकी कुंडली में सूर्य और मंगल की शुभ स्थिति उन्हें एक कुशल प्रशासक और दूरदर्शी नेता के रूप में पेश करती है। गडकरी ने सड़क परिवहन और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में शानदार काम किया है, जिसकी वजह से उनकी साख पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह मजबूत है। ज्योतिषियों का मानना है कि उनकी मेहनत और ग्रहों का साथ उन्हें अगले प्रधानमंत्री की कुर्सी तक ले जा सकता है। क्या गडकरी का सादगी भरा अंदाज सत्ता की सीढ़ी चढ़ेगा? यह देखना दिलचस्प होगा।

तीसरा दावेदार: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बीजेपी का चाणक्य कहा जाता है। उनकी रणनीति और संगठन कौशल ने पार्टी को कई बड़ी जीत दिलाई हैं। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, उनकी कुंडली में राहु और चंद्रमा की स्थिति उन्हें सत्ता के करीब रखती है। शाह की मेहनत और मोदी के साथ उनकी करीबी उन्हें इस दौड़ में मजबूत बनाती है। हालांकि, कुछ ज्योतिषी मानते हैं कि उनकी राह में कुछ ग्रह बाधा भी डाल सकते हैं। क्या शाह का सियासी दांव उन्हें पीएम की कुर्सी तक पहुंचाएगा? यह वक्त ही बताएगा।

सितारों का खेल या मेहनत का फल?

ज्योतिष भले ही भविष्य की एक झलक दिखाए, लेकिन सियासत में मेहनत, रणनीति और जनता का भरोसा ही असली जीत दिलाता है। इन तीनों नेताओं के पास अनुभव, लोकप्रियता और संगठन की ताकत है, लेकिन कौन बाजी मारेगा, यह कहना अभी मुश्किल है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल बदलती रहती है, और राजनीति का मिजाज भी। फिर भी, यह चर्चा हर किसी को उत्साहित कर रही है कि आने वाले दिनों में भारत का नेतृत्व किसके हाथों में होगा। आपकी राय में इनमें से कौन सबसे मजबूत दावेदार है ?

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पत्रकारों की आवाज़ दबाने पर सुप्रीम कोर्ट सख्त यूपी पुलिस को DGP स्तर पर नोटिस

स्टोरी लिखने पर पत्रकार पर दर्ज की गई धारा 420, सुप्रीम कोर्ट ने पूछा – ये कैसे संभव?

अभय राय,नई दिल्ली / उत्तर प्रदेश। पत्रकारों को दबाने और उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराने की प्रवृत्ति पर सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर कड़ा रुख अपनाया है। “पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराओ और लिखना बंद कराओ” गैंग की कार्यशैली को कोर्ट ने आड़े हाथों लेते हुए उत्तर प्रदेश के DGP को नोटिस जारी किया है।

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सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया है कि किसी पत्रकार द्वारा सिर्फ स्टोरी लिखने पर उस पर धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कैसे कर दिया गया? कोर्ट का यह रुख न केवल प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, बल्कि कानून के दुरुपयोग के खिलाफ भी एक मजबूत संदेश है।

इस मामले में पत्रकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ दवे ने पक्ष रखा। वहीं, राज्य सरकार की ओर से मौजूद सरकारी अधिवक्ता ने मामला दबाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी दलीलों को सिरे से खारिज कर दिया।

कोर्ट की सख्ती के बाद अब उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर जवाबदेही तय हो सकती है।

मामले के मुख्य बिंदु : पत्रकार के खिलाफ स्टोरी लिखने पर IPC की धारा 420 में मुकदमा

सुप्रीम कोर्ट ने इस पर चिंता जताई और DGP को नोटिस जारी किया।

पत्रकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ दवे ने रखा पक्ष

राज्य सरकार की तरफ से दबाव डालने की कोशिशें नाकाम

यह मामला प्रेस की आज़ादी और लोकतंत्र में पत्रकारिता की भूमिका को लेकर एक बार फिर से गंभीर विमर्श की ओर संकेत कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती आने वाले समय में ऐसी कोशिशों पर लगाम लगाने में अहम साबित हो सकती है।

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भारत माता पूजन कार्यक्रम सम्पन्न संस्कृति और संस्कार बचाने के लिए भारत माता पूजन जरूरी

दुर्गा प्रसाद गुप्त,नौतनवा /महराजगंज। सेवा भारती नौतनवा महराजगंज के संयुक्त तत्वाधान में कस्तूबा गाँधी बलिका छात्रावास ब्लॉक केंद्र रतनपुर में शुक्रवार को भारत माता पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

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कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्व प्रथम भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ व समापन राष्ट्रगांन से हुआ।

इस अवसर पर बोलते हुए सेवा भारती नौतनवा जिला के श्री ओम प्रकाश वर्मा जी ने कहा कि भारतीय इतिहास को लेकर भ्रामक स्थिति पैदा करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए गांव-गांव में भारत माता का पूजन जरूरी है। इसके जरिए भारतीय सनातन संस्कृति और संस्कार को बचाया जा सकता है। कहा कि हम अपने देश को भारत माता कहते हैं।

इस वैभव संपन्न भूमि पर राम और कृष्ण जैसी विभूतियों ने जन्म लिया।राम ने न सिर्फ रावण जैसे आततायी का वध किया वरन् शबरी के बेर खाकर समरसता का संदेश भी दिया।

ऐसी पावन धरती पर बहुत सी बर्बर विदेशी ताकतों ने आक्रमण किए।इन्ही ताकतों ने देश की सनातन संकृति को नष्ट करने का प्रयास किया।यहां तक कि कुंभ जैसे महापर्व मनाने पर पाबंदी लगा दी गई।मगर सैकड़ों देशभक्तों के सर्वोच्च बलिदान एवम् पुरुषार्थ के चलते भारत फिर उठ खड़ा हुआ।

ऐसे में नई पीढ़ी को अपनी प्राचीन संस्कृति से वाकिफ कराने और संस्कारों को बचाए रखने के लिए ” भारत माता पूजन “का सिलसिला शुरू किया। कहा देश की स्वाधीनता के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बलिदानियों को याद करने के लिए भारत माता पूजन बेहद जरूरी है।

कार्यक्रम में सेवा भारती के पूर्णकालिक संदीप सिंह ने जब कहा कि ‘ मैं जिऊं और मरूं हिंद के वास्ते,मुझको भारत के जैसा वतन चाहिए ‘। और कहा आज वर्तमान समय में भी बहुत से आज भी बच्चे शिक्षा से वँचित है सभी बच्चों व शिक्षित लोगों कों शिक्षा से वँचित बच्चों कों एकत्र करके शिक्षा और संस्कार देना चाहिए।

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